गुरुवार, 1 दिसंबर 2016

एक मोड़

अचानक एक मोड़ पर सुख और दुःख की मुलाकात हो गई
             दुःख ने सुख से कहा : -
          तुम कितने भाग्यशाली हो ,
जो लोग तुम्हें पाने की कोशिश में लगे रहते हैं....
         सुख ने मुस्कराते हुए कहा : -
         भाग्यशाली मैं नहीं तुम हो...!
   दुःख ने हैरानी से पूछा : - "वो कैसे?
सुख ने बड़ी ईमानदारी से जबाब  दिया : -
वो ऐसे कि तुम्हें पाकर लोग अपनों को याद करते हैं ,
लेकिन मुझे पाकर सब अपनों को भूल जाते हैं।।

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